गढमुक्तेश्वर हाथी के साथी की क्यों हुई जमानत जब्त? आइना ए जनता जनार्दन।

गढमुक्तेश्वर हाथी के साथी की क्यों हुई जमानत जब्त? आइना ए जनता जनार्दन
हापुड़ (दुर्वेश तोमर)
गढ़मुक्तेश्वर में जहां कभी बसपा का परचम लहराया जाता था गढ़मुक्तेश्वर नगरपालिका में चेयरमैन सोना सिंह ने दो बार जीत हासिल की थी
आज ऐसा क्या हुआ कि बसपा का हाथी नहीं हुआ खड़ा और हो गई जमानत जब्त ?
ऐसा क्या हुआ की गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा में पूर्व मंत्री मदन चौहान पूरे चुनाव में कहीं नजर नहीं आए ?
ऐसा क्या हुआ कि बसपा के कोर कोऑर्डिनेटर या और कोई भी नेता गढ़मुक्तेश्वर विधानसभा का बसपा प्रत्याशी हिमानी भारती के चुनाव में दूर-दूर तक नजर नहीं आया ?
ऐसा क्या हुआ जो बसपा का हाथी नहीं बन सका गढ़मुक्तेश्वर में किसी का साथी ?
यह अनेक सवाल आज गढ़मुक्तेश्वर ही नहीं हापुड़ में चर्चा का विषय बने हुए हैं बताते चलें कि हमारी पड़ताल में और जानकारी अनुसार पूर्व मंत्री जो सपा छोड़कर बसपा से टिकट हासिल करने के बाद गढ़मुक्तेश्वर में गढ़ मुक्तेश्वर में विधानसभा का चुनाव लड़े लेकिन वह नगर निकाय चुनाव में बसपा के प्रत्याशी के साथ भूल से भी कहीं नजर नहीं आए। गढ़मुक्तेश्वर में कभी बसपा के अनेक नेता थे जो आज भी हैं लेकिन वो दूरी बनाए हुए रहे इसका क्या कारण रहा?
खैर कारण जो भी रहा हो लेकिन अगर हाथी को उसकी ताकत रूपी चारा देने वाले महावत ही नदारद रहे तो हाथी कैसे खडा हो पाता।
लाइव हिंद न्यूज की टीम ने का पहले ही दे दिया था हाथी के धड़ाम गिरने के संकेत
हमारी कवरेज में पहले ही टिकट घोषित होने के दो दिन बाद लाइव हिंद न्यूज की टीम ने हाथी को धडाम गिरना दिखाया था लेकिन उस पर किसी ने भी संज्ञान नहीं लिया। हां सोशल मीडिया फेसबुक पर हाथी की आंधी मतदान के बाद भी चलती रही लेकिन गढमुक्तेश्वर के वातावरण में हाथी की हवा ही निकल गई थी। और कभी विशालकाय रहा हाथी आज कमजोर होकर ऐसा गिरा की उठ नहीं पायेगा।